1)उजाले अपनी यादो के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली मे ज़िंदगी शाम गो जाए
2)लोग टूट जाते है एक घर बनाने में
तुम तरस नही खाते बस्तिया जलाने में
3)दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाईश रहे
जब कभी हम दोस्त बन जाये तो शर्मिंदा न हो